
मासव्यापी श्रावणी मेला के 15 दिन हो चुके हैं।इस दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा का जलार्पण कर अपने घर लौट चुके हैं।प्रतिदिन बासुकीनाथ धाम में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ रहा है। लाखों श्रद्धालु बाबा पर जलार्पण करने के लिए यहां पहुंच रहे हैं। इस भीड़भाड़ के बीच एक ऐसा वर्ग है, जो बिना थके, बिना रुके दिन-रात कार्यरत है — सफाईकर्मी।
बासुकीनाथ धाम और रूटलाइन पर लगातार साफ-सफाई का कार्य चल रहा है, जिसमें सफाईकर्मी 24×7 सेवा दे रहे हैं। ये कर्मठ योद्धा पूरे मेले क्षेत्र में स्वच्छता बनाए रखने हेतु झाड़ू, कचरा संग्रहण और कूड़ा निपटान जैसे कार्यों में सतत रूप से लगे हुए हैं।
मेला क्षेत्र में हर दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा लगाए गए सफाई दल की तत्परता और प्रतिबद्धता के कारण संपूर्ण क्षेत्र स्वच्छ और व्यवस्थित बना हुआ है। यह सफाई कर्मियों की निष्ठा और सेवा भावना का परिणाम है कि श्रद्धालुओं को एक स्वच्छ वातावरण में दर्शन और जलार्पण का अवसर मिल रहा है।
उपायुक्त दुमका श्री अभिजीत सिन्हा ने भी सफाईकर्मियों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि
“श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव देने में सफाईकर्मियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनकी सेवा निःस्वार्थ और प्रेरणादायक है। जिला प्रशासन उनके इस योगदान को हृदय से सलाम करता है।”
प्रतिदिन हर गली, मार्ग एवं विश्राम स्थल पर नियमित सफाई की जा रही है, कचरा गाड़ियों के माध्यम से कूड़ा समय-समय पर उठाया जा रहा है और सार्वजनिक स्थलों पर कूड़ेदान भी लगाए गए हैं।जिससे बासुकीनाथ आने वाले श्रद्धालु एक बेहतर अनुभव प्राप्त कर रहे हैं एवं जिला प्रशासन को बासुकीनाथ में किये गए व्यवस्था के लिए धन्यवाद और आभार कर रहे हैं।